खबरनाउ ब्यूरो: कोरोना के बढ़ते खतरे को भांपते हुए चंडीगढ़ प्रशासन भी सतर्क है और शहर में मौजूदा तैयारियों पर नज़र बनाये हुए है। मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग के आदेशानुसार सरकारी अस्पतालों में कोविड मॉक ड्रिल की जाएगी ताकि अगर नए कोविड के मामले सामने आते हैं तो सभी ज़रूरी इंतज़ाम पूरे कर लिए जाएं। इसी के चलते शहर के गवर्नमेंट हॉस्पिटलों में आज प्रशासन द्वारा कोविड-19 इमरजेंसी मॉक ड्रिल की जाएगी। बता दें कि चंडीगढ़ प्रशासन ने हाल ही में गवर्नमेंट अस्पतालों की इमरजेंसी में आने वाले सभी मरीजों के लिए RT-PCR टेस्ट अनिवार्य कर दिए थे। वहीं OPD में आने वाले मरीजों के भी लक्षण देख उनके कोविड टेस्ट भी किए जा रहे हैं।
इस मॉक ड्रिल का मकसद शहर में कोविड प्रबंधन को लेकर हेल्थ सेवाओं को ‘ऑपरेशनल रेडीनेस’ को सुनिश्चित करना है। वहीं हेल्थ विभाग शहर में आइसोलेशन बेड्स, ऑक्सीजन वाले आइसोलेशन बेड्स, ICU बेड्स और वैंटिलेटर वाले बेड्स की उपलब्धता को सुनिश्चित करेगा। वहीं इस मॉक ड्रिल के दौरान डॉक्टर्स, नर्सों, पैरामेडिक्स और AYUSH डॉक्टरों की उपलब्धता को भी जांचा जाएगा। वहीं हेल्थ विभाग एडवांस और बेसिक लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस की उपलब्धता भी जांचेगा। लेबोरेट्रीज में कोविड टेस्टिंग की क्षमता को भी जांचा जाएगा। RT-PCR और RAT किट्स की उपलब्धता के अलावा टेस्टिंग उपकरण आदि की भी जांच की जाएगी।
वैसे तो चंडीगढ़ में फिलहाल कोरोना केस 2 या 3 ही हैं मगर फिर भी केंद्र से सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को उचित प्रबंध करने को कहा है ताकि किसी भी इमरजेंसी की स्थिति में इस महामारी से निपटा जा सके। हेल्थ सर्विसेज की निदेशक डा. सुमन सिंह ने कहा कि मॉक ड्रिल में कोविड प्रबंधों को लेकर इंटरनल असेसमेंट की जाएगी। शहर में इस वक्त कोरोना के 3 एक्टिव केस हैं। वहीं पिछले एक सप्ताह का पॉजीटिविटी रेट 0.15 प्रतिशत है। बीते कुछ दिनों से कोरोना टेस्टिंग बढ़ा दी गई है। अभी तक शहर में कोरोना से 1181 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं 98,161 मरीज ठीक हो चुके हैं।